आंख भर आई विसर्जन में लिरिक्स

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,
आंख भर आई विसर्जन में,

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,
आंख भर आई विसर्जन में,

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,

घड़ी आई विसर्जन की,
मां चली मोरी मैया चली,

घड़ी आई विसर्जन की,
मां चली मोरी मैया चली,

मैया तेरा आगमन हुआ था नगर में,
झूमे नाचें गाए भक्त तेरे भुवन में,

14 भुवन की महारानी आई,
पावन बेला शुभ घड़ी आई,
खुशियों की छाई बाहर मेरी मां,

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,

सूना पंडाल सुनी सुनी है गली मां,
भक्तों को छोड़ कर कहा तू चली मां,

ढोल नगाड़े सेहनाई बाजे मां,
शाम से होती तेरी बिदाई मां,
जाते जाते भक्तो की रखना मैया लाज,

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,

गरबा डांडिया खेलें तेरे नवरात्र मां,
जगराते में झूमे सारी सारी रात मां,

भेंट तेरी गाए तुझे चुनरी उड़ाए मां,
झांझ मजीरा ढोलक बजाए मां,
भजना वली गाए नंदू शुभा और शाम,

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,

भूल न सकुगा तेरी पहली मुलाकात मां,
शेर पे सवार मैय्या सोलह श्रृंगार मां,

गली गली हो रहा मां तेरा ही हल्ला,
दर्शन को देखा तरसे है लल्ला,
नौ दिन की सेवा तेरी करू बारंबार मां,

चली मां चली दसम दिन में,
चली मां चली दसम दिन में,

घड़ी आई विसर्जन की,
मां चली मोरी मैया चली,

घड़ी आई विसर्जन की,
मां चली मोरी मैया चली,

Aankh Bhar Aayi Visarjan Mein Lyrics

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