नौ रातों में नवरात्रों में
माता घर घर आई
अब घड़ी बिदाई की जो आई
ये अंखियां भर आई
आई कैसी घड़ी, मां बिदा हो चली,
आई कैसी घड़ी, मां बिदा हो चली,
मुर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
मुर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
प्रीत डोरी से मैय्या थामा था तुझे
संग विदाई वो पल याद आए मुझे
प्रीत डोरी से मैय्या थामा था तुझे
संग विदाई वो पल याद आए मुझे
टूटे अश्क की लड़ी, मां विदा हो चली
मुर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
तेरे शाए में मुझको मां खुशियां मिली
मेरे जीवन में सुख की बागिया खीली
तेरे शाए में मुझको मां खुशियां मिली
मेरे जीवन में सुख की बागिया खीली
सुनी हुई हर गली मां विदा हो चली
मुर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
नौ दिन ममता की माई वर्षा करी
दशमी दिन मां सबको ही छोड़ चली
नौ दिन ममता की माई वर्षा करी
दशमी दिन मां सबको ही छोड़ चली
रागी रोए खड़े मां विदा हो चली
मूर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
सुनी कर के चली मां विदा हो चली
सुनी हुई हर गली मां विदा हो चली
मुर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
मुर्छी मन की कली मां बिदा हो चली
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