संत शिरोमणि सेन जी महाराज की आरती

ओम जय संत सेन स्वामी, प्रभु जय संत सेन स्वामी,
हम सव आरती गाये, पारब्रम्ह स्वामी ।।

तुम्हारी कृपा जो होये ये नड्या पार लगे ।
प्रभु नड्या पार लगे ।।
द्वार तुम्हारे आये, भाग्य उदय होये ।।
ओम जय संत सेन स्वामी...।।

कंचन थाल सजाये, मंगल दीप जले ।
प्रभु मंगल दीप जले ।।
भक्ती का रस वरसे तुम्हारी छाव तले ।।
ओम जय संत सेन स्वामी...

संत सेन सुखदाई, सबके कष्ट हरो ।
प्रभु सबके कष्ट हरो ।।
भाव भजन भकति में प्रेम का रंग भरो ।।
ओम जय संत सेन स्वामी...

चरनन की रज दीजे इतनी दया कीजै ।
प्रभु इतनी दया कीजै ।।
दर्शन भी हो जाये, अव तो खवर लीजै ।।
ओम जय संत सेन स्वामी...

संत सेनजी महाराज की आरती जो कोई नर गावे ।
प्रभु जो कोई नर गावे ।।
कहत संत जी स्वामी, सुख सम्पति पावे ।।
ओम जय संत सेन स्वामी...

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