छोटो सो घर मेरो मंदिर किनारे,
आना सड़क धर ओ डमरू वाले
वर्षों से हम तुमको बोल बोल हारे,
आना हमारे घर ओ डमरू वाले
छोटो सो घर मेरो मंदिर किनारे,
आना सड़क धर ओ डमरू वाले
मम्मी से कहते हम शंकर जी आएंगे,
बैठ के हमारे संग खीर पूरी खाएंगे,
हम उनको अपने कमरे में बैठाएंगे,
वो हमको परियों के किस्से सुनाएंगे,
पर तुम तो आने को रोज भुल जाते,
आना हमारे घर ओ डमरू वाले,
छोटो सो घर मेरो मंदिर किनारे,
आना सड़क धर ओ डमरू वाले,
आज तुम्हें भोले हम संग में ले जायेंगे,
ऐसा नहीं सोचना कि हम मान जाएंगे,
मंदिर से घर तक का रास्ता दिखायेंगे,
मम्मी और पापा को तुम से मिलाएंगे,
चाहे दिन रात लगे तुमको मानने,
आना हमारे घर ओ डमरू वाले,
छोटो सो घर मेरो मंदिर किनारे,
आना सड़क धर ओ डमरू वाले
छोटो सो घर मेरो मंदिर किनारे,
आना सड़क धर ओ डमरू वाले
वर्षों से हम तुमको बोल बोल हारे,
आना हमारे घर ओ डमरू वाले
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