बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
भवानी कब आएगी दर्श देखलाएगी,
बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
भवानी कब आएगी दर्श देखलाएगी,
मैंने सुना है मां के आंगन सुख का सावन वर्षे,
कभी कोई न खाली लौटा महारानी के दर से,
किस्मत के मारो की कब,
किस्मत के मारो की कब झोली भर जाएगी,
बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
डाली चिट्ठी भेजे संदेशे कोई जवाब न आया,
हो न मेरे घर आई तू मैया, न ही मुझे बुलाया,
बैठा हूं मैं इसी भरोसे,
बैठा हूं मैं इसी भरोसे कभी तो फेरा आएगी,
बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
रोम रोम में बसी भवानी मैं उसका दीवाना,
उसके दर के सिवा न कोई मेरा और ठिकाना,
प्यार से मैया कभी तो मुझको,
प्यार से मैया कभी तो मुझको गोदी बैठलाएगी,
बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
दीपक आशाओं का मेरी कहीं ये बुझ न जाए,
तरस रही हैं आंखे मेरी ब्याकुल मन घबराए,
मुरझाई बगिया को अम्बे,
मुरझाई बगिया को अम्बे कभी मेहकाएगी,
बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
भवानी कब आएगी दर्श देखलाएगी,
बता दे पुरवइया,
बता दे पुरवइया भवानी कब आएगी,
बता दे पुरवइया,
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