ओ पापी मन करले भजन,
ओ पापी मन करले भजन,
बाद में प्यारे पछताएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
ओ पापी मन करले भजन,
बाद में प्यारे पछताएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
क्यों करता तू मेरा मेरा,
ना कुछ तेरा ना कुछ मेरा,
खाली हाथ आया है खाली हाथ जाएगा,
जैसा किया कर्म तूने वैसा ही फल पायेगा,
बाद में प्यारे पछताएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
भरी जवानी जी भर के सोया,
आया बुढ़ापा तो देख के रोया,
प्रभु की नज़र से तू बच नहीं पायेगा,
आयेगा बुढ़ापा तो थर थर कापेगा,
बाद में प्यारे पछताएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
पाया मनुष्य तन फिर क्यों रोया,
मोह माया के बध में तू क्यों सोया,
पाया है मनुष्य तन प्रभु के गुण गाए जा,
अपने हृदय को प्रभु भक्ति में लगाए जा,
बाद में प्यारे पछताएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
ओ पापी मन करले भजन,
ओ पापी मन करले भजन,
बाद में प्यारे पछताएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
जब पिंजरे से पंछी निकल जाएगा,
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