हो चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
भक्तों को करके निराशा चले,
लम्बोदर है गणपति ज्ञानी,
दस दिन घर-घर की मेहमानी,
लम्बोदर है गणपति ज्ञानी,
दस दिन घर-घर की मेहमानी,
आज तोड़ भक्तों की आशा चले,
चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
कल तक मोदक भोग लगाए,
स्वामी खूब मजे से खाए,
कल तक मोदक भोग लगाए,
स्वामी खूब मजे से खाए,
भक्तों को देकर दिलासा चले,
चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
आज पतित को कर के पावन,
चले हैं करके सूना आंगन,
आज पतित को कर के पावन,
चले हैं करके सूना आंगन,
करके मेरे मन को प्यासा चले,
चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
भक्तन की अंखियां भर आई,
कैसे करूं मैं तुमरी विदाई,
भक्तन की अंखियां भर आई,
कैसे करूं मैं तुमरी विदाई,
बेनाम की तोड़ आशा चले,
चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
हो चले रे चले गणराजा चले,
भक्तों को करके निराशा चले,
चले रे चले गणराजा चले, भक्तों को करके निराशा चले लिरिक्स
गणेश विसर्जन गीत - चले रे चले गणराजा चले भजन
प्रस्तुति - रोविनो कैसेट जबलपुर
गायक - बंटी धूरिया नागपुर
गीत - बेनाम
संगीत - वासु
रिकॉर्डिंग - सचिन उपाध्याय
वीडियो निर्देशक - मनोज राज
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