धन धन हो रेवा माई, थारो नाम छे शिवाई,
हो नाम छे शिवाई, अमरकंठ से आई,
धन धन हो रेवा माई, थारो नाम छे शिवाई,
शिव शंकर की माता बेटी हो कावाई,
शिव शंकर की माता बेटी हो कावाई,
बेटी हो कावाई माता, बेटी हो कावाई,
शिव शंकर की माता बेटी हो कावाई,
अरे माता गौरा न तोक गोद मा खिलाई,
धन धन हो रेवा माई थारो नाम छे शिवाई,
विंध्याचल सतपुड़ा दुई धारा भाई,
विंध्याचल सतपुड़ा दुई धारा भाई,
दुई धारा भाई मैया, दुई धारा भाई,
हो विंध्याचल सतपुड़ा दुई धारा भाई,
अरे मेकल सुता की तू तो, लाड़ली कावाई,
धन धन हो रेवा माई, थारो नाम छे शिवाई,
पहाड़ फोड़या पर्वत न कलियुग में आई,
पहाड़ फोड़या पर्वत न कलियुग में आई,
कलियुग में आई देवी, कलियुग में आई,
पहाड़ फोड़या पर्वत न कलियुग में आई,
ओ मान्धाता गढ़ म थारा, झण्डा लहराई,
धन धन हो रेवा माई, थारो नाम छे शिवाई,
धन धन हो रेवा माई, थारो नाम छे शिवाई,
हो नाम छे शिवाई, अमरकंठ से आई,
धन धन हो रेवा माई, थारो नाम छे शिवाई,
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धन धन हो रेवा माई थारो नाम छे शिवाई
स्रोत का उल्लेख
भजन - धन धन हो रेवा माई
गायक - अश्विन यदुवंशी
लेबल - अश्विन यादव - टॉपिक
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